Friday, October 8, 2021

दीवार मूवी में पहले राजेश खन्ना और नवीन निश्चल थे !!

दीवार मूवी में पहले राजेश खन्ना और नवीन निश्चल थे !!
1975 की ब्लॉकबस्टर फिल्म  "दीवार"  की कास्टिंग के पीछे के दिलचस्प अनसुने किस्से *
"दीवार" की ओरिजिनल चॉइस में अमिताभ नहीं थे...
हिंदी सिनेमा के इतिहास में ऐसी एक नहीं कई फिल्मों के नाम गिनाये जा सकते हैं जिनकी शुरूआती तय कास्टिंग कुछ थी लेकिन कुछ अड़चनें आने से अचानक बदलाव लाने पड़े. इन बदलाव से फिल्म का मुकद्दर ही बदल गया!
फ़िलहाल मैं प्रोड्यूसर गुलशन रॉय की यश चोपड़ा डायरेक्टेड "दीवार" (1975) की बात कर रहा हूँ. मूलतः इसकी लीड भूमिकाओं में अमिताभ बच्चन और शशि कपूर थे ही नहीं! प्रोड्यूसर गुलशन राय की पहली पसंद 'विजय' के किरदार में राजेश खन्ना थे. और छोटे भाई 'रवि' के किरदार में नवीन निश्चल को लेना चाहते थे. यश चोपड़ा भी सहमत थे. 
लेकिन स्टोरी और स्क्रिप्ट राइटर्स सलीम-जावेद अड़ गए.. नहीं अमिताभ ठीक रहेंगे! उनका मानना था कि 'विजय' के एंग्री-यंग-मैन के किरदार में जिस आग और जोश-खरोश की ज़रूरत है वो राजेश में नहीं है. राजेश मूलतः रोमांटिक इमेज वाले हैं. हो सकता है पब्लिक उन्हें स्वीकार न करे, जिसका असर फिल्म के बिज़नेस पर पड़ेगा. एक लंबी बहस के बाद गुलशन रॉय और यश चोपड़ा ने हथियार डाल दिए. लेकिन अभी एक और अड़चन बाकी थी
सलीम-जावेद ने नवीन निश्चल की जगह पर शत्रुघ्न सिन्हा का नाम सुझाया. लेकिन उन दिनों राजेश-शत्रु में कुछ अनबन चल रही थी. वो ऐसी किसी फिल्म में काम नहीं करना चाहते थे जिसमें कभी राजेश खन्ना का नाम जुड़ा रहा हो. उन्होंने फिल्म करने से मना कर दिया. 

और इधर जैसे ही नवीन निश्चल को पता चला कि राजेश खन्ना की जगह अमिताभ ने ले ली है तो वो भी न जाने क्यों बैकऑउट कर गए. नवीन और अमिताभ इससे पहले 'परवाना' (1971) में काम कर चुके थे जिसमें नवीन रोमांटिक लीड में थे और अमिताभ विलेन थे. उन्हें शायद मंज़ूर नहीं था कि उन्हें सेकंड लीड मिले. (फाइनली शशि कपूर ने ये रोल निभाया.)
लेकिन अभी एक और ट्विस्ट बाकी था... विजय-रवि की मां के किरदार 'सुमित्रा' के लिए वैजयंती माला को राजी कर लिया गया था. लेकिन जैसे ही उन्हें पता चला कि इसमें राजेश खन्ना नहीं होंगे तो वो भी बैकऑउट कर गयीं. और उनकी जगह ले ली निरूपा राय ने. 
बाकी तो इतिहास है! अब ये कल्पना की बात है कि ओरिजिनल कास्टिंग के हिसाब से 'दीवार' बनी होती तो क्या स्थिति होती?

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